पिछले कुछ दिनों से मैं बागेश्वर जिले के दूरस्थ गाॅवों के भ्रमण पर हॅू। विकास
बैजनाथ धाम से लगा हुआ गाॅव है तैलीहाट। सातवीं सदी में कत्यूरों ने इसी गाॅव
2024 लोक सभा चुनाव करीब हैं। मतदाता भी कमर कस कर तैयार है कि कब
सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के फैसले ने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर जनता का भरोसा कायम
मूलतः हिमालयी समाज प्रकृति पूजक रहा है। प्रकृति के सभी घटको के साथ समन्वय का
विपिन जोशी , बागेश्वर 2024 लोक सभा चुनावों की तिथि घोषित होने वाली हैं। आचार
विपिन जोशी , बागेश्वर जागेश्वर धाम को दारूकवन के नाम से भी जाना जाता है।
विपिन जोशी, बागेश्वर पिरूल वूमन के नाम से प्रसिद्ध मंजू आर साह आज किसी परिचय
लोक सभा चुनाव से ठीक पहले अमृत काल का ऐसा रूप कल्पना से परे है।
को समझना और पहाड़ के लोक जीवन में पनपती लोक संस्कृति के साधकों को मंच