तहसील गरुड़ के अन्तर्गत गनीगांव में दो मंजिला मकान ढहने से मचा हड़कंप, 8 लोग घायल, सभी खतरे से बाहर

BHAGWAT NEGI Mhmd News Garur
गनीगांव में शनिवार सुबह करीब 8:00 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब अत्यधिक बारिश के कारण एक दो मंजिला मकान अचानक भरभराकर गिर गया। इस घटना में मकान मालिक सहित कुल 8 लोग घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को मलबे से बाहर निकाला और आपातकालीन सेवा 108 को सूचना दी। जिसके बाद घायलों को बैजनाथ के मोहन सिंह मेहता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।

गिरा मकान, लेकिन हिम्मत नहीं
यह दर्दनाक घटना गनी गांव निवासी केदार राम (पुत्र हिमराम) के घर में हुई। मकान गिरने के समय घर में कुल 8 लोग मौजूद थे, जिनमें से सभी घायल हो गए। घायलों की सूची इस प्रकार है:
- केदार राम (स्वयं मकान मालिक)
- चंदन राम (पुत्र केदार राम)
- हरमा देवी (पत्नी केदार राम)
- आरती (पुत्री चंदन राम)
- दीपांशु (पुत्र चंदन राम)
- निकिता (पुत्री चंदन राम)
- ऋषि कुमार (पुत्र चंदन राम)
- साक्षी (पुत्री चंदन राम)
बाल-बाल बचे सभी घायल, एक बच्चे का पैर जला

हादसे के तुरंत बाद ग्रामीणों ने मिलकर सभी घायलों को मलबे से बाहर निकाला और तत्काल उपचार के लिए भेजा। डॉक्टरों के अनुसार, सभी लोग अब खतरे से बाहर हैं। हालांकि, एक बच्चे का पैर जल गया था, जिसका इलाज आपातकालीन वार्ड में चल रहा है।
पशुधन भी हुआ प्रभावित
घटना के समय मकान के निचले हिस्से में 10 जानवर भी मौजूद थे, जिनमें 2 भैंस और 8 बकरियां शामिल थीं। मकान गिरने से ये सभी जानवर मलबे के नीचे दब गए। गनीमत रही कि ग्रामीणों और प्रशासन की तत्परता से इन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
प्रशासन और ग्रामीणों ने दिखाई तत्परता
घटना की सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष प्रताप नगर कोटी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी। इसके अलावा, तहसील प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और जरूरी राहत कार्य शुरू किए।
डॉक्टर साबिया के अनुसार, सभी घायल अब खतरे से बाहर हैं और उनका उपचार जारी है। नायब तहसीलदार प्राची बहुगुणा ने बताया कि पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दी जा रही है।
पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र और अन्य ग्रामीणों ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर घायलों की मदद की और जानवरों को सुरक्षित बाहर निकालने में सहायता की।
मकान मालिक की आपबीती
मकान मालिक केदार राम ने बताया,

“रात भर बारिश हो रही थी और सुबह अचानक मकान गिर गया। हम अंदर ही थे, लेकिन भगवान की दया से बच गए। मेरे बेटे ने 108 पर फोन किया और गांववालों ने हमें बाहर निकाला। जानवर भी बच गए, लेकिन घर पूरी तरह से बर्बाद हो गया। अब हमें प्रशासन से मदद की उम्मीद है।”
सरकार से मदद की मांग

गनी गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन से प्रभावित परिवार को उचित सहायता देने की मांग की है। बारिश के कारण गांव में अन्य मकानों को भी खतरा बना हुआ है, जिससे लोगों में डर का माहौल है।
यह घटना एक बड़ा सबक है कि हमें बारिश और कमजोर मकानों की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, घायलों का इलाज जारी है और प्रशासन द्वारा आवश्यक मदद दी जा रही है।