उत्तराखंड रोडवेज: टिकट वितरण में लापरवाही बनी घाटे का कारण
उत्तराखंड रोडवेज बस सेवा लगातार घाटे में चल रही है, और इसके पीछे कर्मचारियों की लापरवाही प्रमुख कारण बनती दिख रही है। 28 जनवरी 2025 को दोपहर 12 बजे मेरा हक मेरा देश न्यूज़ की टीम ने इस मामले की पड़ताल के लिए रोडवेज बस संख्या UK07PA5988 से गरुड़ से बागेश्वर तक यात्रा की।
बस में सवार होने पर कंडक्टर ने यात्रियों से टिकट के पैसे तो वसूल किए, लेकिन किसी को भी टिकट जारी नहीं किया। जब टीम ने कंडक्टर को पैसे दिए और टिकट मांगा, तो कंडक्टर ने कोई जवाब नहीं दिया। इस बीच, बस गरुड़ से गगरीगोल और रवाईखाल होते हुए बागेश्वर पहुंची। रास्ते में लगभग 8-10 यात्री बस में सवार हुए, और कंडक्टर ने सभी से नगद राशि वसूली, लेकिन किसी को टिकट नहीं दिया।
टीम द्वारा पूछताछ करने पर कंडक्टर ने स्थिति स्पष्ट करने से इनकार कर दिया। यह स्थिति दर्शाती है कि रोडवेज कर्मचारियों की ऐसी लापरवाही न केवल यात्रियों के अधिकारों का हनन है, बल्कि निगम को भी आर्थिक रूप से कमजोर कर रही है। टिकट न देने से रोडवेज के राजस्व में प्रत्यक्ष रूप से कमी हो रही है, जिससे घाटे की समस्या गंभीर हो रही है।
रोडवेज अधिकारियों को इस विषय पर तुरंत ध्यान देना चाहिए और ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यात्रियों को भी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और टिकट लेने पर जोर देना चाहिए। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो रोडवेज की स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है।