तीन दिवसीय महोत्सव का भव्य समापन, व्यासायिक मेला एक सप्ताह तक रहेगा

BHAGWAT NEGI , MHMD NEWS
तीन दिवसीय महोत्सव का भव्य समापन, अगले वर्ष से पांच दिवसीय आयोजन की तैयारी – दर्जा राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट
स्थानीय क्षेत्र में आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव का भव्य समापन शानदार कार्यक्रम और पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। अंतिम दिन की मुख्य अतिथि के रूप में पधारे उत्तराखंड सरकार में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट ने महोत्सव की सराहना करते हुए कहा कि “इतना सुंदर और अनुशासित आयोजन तीन दिन में सिमट नहीं सकता। अगले वर्ष से इस महोत्सव को पांच दिवसीय बनाया जाना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक सांस्कृतिक प्रतिभाएं सामने आ सकें।”

तीन दिवसीय महोत्सव का भव्य समापन, व्यासायिक मेला एक सप्ताह तक रहेगा, कार्यक्रम के अंतिम दिन विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नृत्य, गीत, लोक संस्कृति और पारंपरिक वेशभूषा में सजे कलाकारों ने उत्तराखंडी सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम में समाज के विभिन्न वर्गों से लोगों की भागीदारी ने आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।

विधायक ललित फर्स्वाण ने भी कार्यक्रम में मौजूद रहकर आयोजन समिति और उपस्थित जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि “ऐसे आयोजन समाज को जोड़ते हैं और हमारी संस्कृति को जीवित रखते हैं। मैं आयोजकों और जनता का दिल से धन्यवाद देता हूँ।”

नगर पंचायत अध्यक्ष भावना वर्मा ने आयोजन की सफलता का श्रेय पूरी टीम को देते हुए कहा, “महोत्सव टीम ने एकजुटता और मेहनत का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। सभी सदस्यों ने जिम्मेदारी से कार्य किया और नतीजा सबके सामने है।”
पुलिस प्रशासन का रहा अनुकरणीय सहयोग:
महोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस प्रशासन की भूमिका सराहनीय रही। भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक व्यवस्था और मंच के आसपास की सुरक्षा को देखते हुए सभी व्यवस्थाएं शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रही। इसके लिए क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन की खूब सराहना हो रही है।
बिजली विभाग की तत्परता की भी प्रशंसा:
इस बार बिजली आपूर्ति को लेकर भी कोई समस्या नहीं रही। बिजली विभाग ने कार्यक्रम के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की, जिससे सभी कार्यक्रम बिना किसी रुकावट के संपन्न हुए।
कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उत्कृष्ट कलाकारों, प्रतिभागियों और सहयोगी संगठनों को सम्मानित किया गया।
महोत्सव का समापन तो हुआ, लेकिन इसके प्रभाव और उत्साह की गूंज आने वाले कई दिनों तक लोगों के दिलों में बनी रहेगी। आयोजकों की मेहनत, प्रशासन का सहयोग और जनता की भागीदारी ने इस तीन दिवसीय आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।