गरुड़: एटीएम में तकनीकी खराबी से 100 की जगह निकले 500 के नोट, कुछ लोगों ने लौटाए पैसे, कुछ की तलाश जारी

गरुड़ के भाकुनखोला क्षेत्र में स्थित हिताची एटीएम में अचानक आई तकनीकी गड़बड़ी के कारण ग्राहकों को निकासी के दौरान भारी लाभ हुआ। एटीएम से 100 रुपये की जगह 500 रुपये के नोट निकलने लगे, जिससे कई लोगों ने इसका फायदा उठाया और अधिक पैसे निकाल लिए। इस गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब स्थानीय नागरिक मदन राम ने अपनी निकासी के दौरान इसे नोटिस किया और ईमानदारी दिखाते हुए तुरंत एटीएम संचालक को सूचित किया।
मदन राम की ईमानदारी से खुला मामला
मदन राम ने 3,000 रुपये निकाले थे, लेकिन मशीन ने उन्हें 500 रुपये के 30 नोट दे दिए, यानी कुल 15,000 रुपये मिल गए। गलती का अहसास होते ही उन्होंने एटीएम पर लगे नंबर पर कॉल करके इस गड़बड़ी की जानकारी दी। इसके बाद एटीएम संचालक मौके पर पहुंचे और जांच की, तब जाकर तकनीकी खराबी का पता चला और इसे ठीक किया गया।
कई लोगों ने लौटाए पैसे, कुछ अभी भी नहीं मिले
जांच में पता चला कि इस तकनीकी फॉल्ट के कारण कई लोगों ने एटीएम से निकासी की और उन्हें उनके वास्तविक निकासी से अधिक पैसे मिले। जैसे ही मामला सामने आया, कुछ लोगों ने स्वेच्छा से पैसे लौटाने की पहल की, लेकिन कुछ अब भी नहीं मिले हैं।

सीसीटीवी फुटेज खंगालकर उन लोगों की पहचान की जा रही है, जिन्होंने गलत तरीके से ज्यादा पैसे निकाले और अभी तक लौटाए नहीं हैं। बैंक और एटीएम संचालक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फोटो निकालकर उन लोगों की पहचान कर रहे हैं ताकि जल्द से जल्द पैसे वापस लिए जा सकें।
आरबीआई गाइडलाइंस: जानबूझकर रखे गए गलत पैसे पर होगी कार्रवाई
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की गाइडलाइन के अनुसार, जब भी कोई ग्राहक किसी बैंक में खाता खोलता है या एटीएम कार्ड प्राप्त करता है, तो वह इस नियम को स्वीकार करता है कि अगर कोई तकनीकी त्रुटि होती है और उसके खाते में गलत तरीके से पैसे आते हैं, तो उसे बैंक को सूचित करना होगा और पैसे वापस करने होंगे।
अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर एटीएम की इस गलती का फायदा उठाकर ज्यादा पैसे निकालता है और उन्हें वापस नहीं करता, तो यह बैंकिंग नियमों का उल्लंघन माना जाएगा। ऐसी स्थिति में बैंक के पास यह अधिकार होता है कि वह संबंधित व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई कर सकता है। ग्राहकों की यह खुद की जिम्मेदारी होती है कि वे अनजाने में प्राप्त हुए अतिरिक्त पैसे बैंक को वापस करें, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
नैतिकता की परीक्षा में कौन पास, कौन फेल?
इस घटना ने लोगों की ईमानदारी और नैतिकता की परीक्षा भी ले ली। जहां मदन राम जैसे लोग ईमानदारी की मिसाल बने, वहीं कुछ लोग इस मौके का फायदा उठाकर अधिक पैसे निकालकर गायब हो गए।
अब सवाल यह उठता है कि जिन लोगों ने गलती से अधिक पैसे प्राप्त किए, क्या वे स्वेच्छा से उन्हें वापस करेंगे, या प्रशासन को मजबूरी में कानूनी कदम उठाने होंगे? एटीएम संचालक और बैंक प्रशासन इस मामले की पूरी जांच कर रहे हैं और जल्द ही सभी बचे हुए लोगों को ट्रेस करके आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
इस तरह की घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि ईमानदारी सबसे बड़ी पूंजी है। गलत तरीके से प्राप्त किया गया पैसा भले ही कुछ समय के लिए लाभदायक लगे, लेकिन अंततः यह गलत ही साबित होता है। प्रशासन अब लापता लोगों से पैसे वापस लेने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है, और अगर वे स्वेच्छा से नहीं लौटाते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।