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BHAGWAT NEGI, [25-01-2025 12:47] Mhmd News Garur

उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित गरुड़ नगर पंचायत के प्रथम चुनाव ने क्षेत्र के राजनीतिक इतिहास में एक नई कहानी लिख दी। पहली बार आयोजित हुए इन चुनावों में जनता ने बड़ी संख्या में सहभागिता करते हुए लोकतंत्र की ताकत को साबित किया। गरुड़ नगर पंचायत के सात वार्डों और अध्यक्ष पद के लिए हुए इस चुनाव में कांग्रेस की भावना वर्मा ने भाजपा की ललिता वर्मा को 37 वोटों के अंतर से हराकर नगर पंचायत की पहली महिला अध्यक्ष बनने का गौरव हासिल किया।
चुनाव परिणाम: कांग्रेस ने मारी बाजी

अध्यक्ष पद के चुनाव में भावना वर्मा को कुल 1355 वोट मिले, जबकि भाजपा की ललिता वर्मा को 1318 वोट प्राप्त हुए। निर्दलीय प्रत्याशी ने 76 वोट हासिल किए, जबकि नोटा को भी कुछ मतदाताओं ने प्राथमिकता दी। इस तरह कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर देते हुए यह ऐतिहासिक जीत अपने नाम की।
चुनाव में 37 वोटों के छोटे से अंतर ने यह साबित कर दिया कि जनता के हर वोट का महत्व है। इस जीत के बाद क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच जश्न का माहौल देखने को मिला।
वार्डों के परिणाम: कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीय के बीच कांटे की टक्कर
गरुड़ नगर पंचायत के सात वार्डों में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिला। कांग्रेस और भाजपा ने तीन-तीन वार्डों में जीत दर्ज की, जबकि एक वार्ड निर्दलीय के खाते में गया।

वार्डों के विजेताओं की सूची:
फूलवाड़ीगूंठ (अनुसूचित जाति महिला): ममता (कांग्रेस)
भकुनखोला (अनुसूचित जाति): ललिता प्रसाद (भाजपा)
गढ़सेर (अनारक्षित): प्रदीप गुरूरानी (निर्दलीय)
स्याल्देटीट (ओबीसी महिला): मोनिका वर्मा (भाजपा)
नौघर (अनारक्षित): शुभम भैसोड़ा (कांग्रेस)
राममंदिर दर्शानी (अनारक्षित): अंकित जोशी (भाजपा)
गरुड़ गंगा पाये (महिला): बबीता नेगी (कांग्रेस)

इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गुरूरानी ने भी गढ़सेर वार्ड से जीत हासिल कर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।
भावना वर्मा की ऐतिहासिक जीत

भावना वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी ललिता वर्मा को हराकर न केवल कांग्रेस को जीत दिलाई, बल्कि गरुड़ नगर पंचायत की पहली महिला अध्यक्ष बनने का इतिहास भी रच दिया। यह जीत क्षेत्र की राजनीति में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का प्रतीक है।
जीत के बाद भावना वर्मा का बयान:

भावना वर्मा ने अपनी जीत को जनता की जीत करार दिया। उन्होंने कहा,
“यह जीत मेरे अकेले की नहीं है, बल्कि यह पूरे गरुड़ नगर की जनता की जीत है। मैं उन सभी मतदाताओं और कार्यकर्ताओं की आभारी हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताया। यह मेरे लिए गर्व की बात है और मैं नगर के विकास और जनता के कल्याण के लिए हरसंभव प्रयास करूंगी।”
भाजपा की प्रतिक्रिया

भाजपा ने हार को स्वीकार करते हुए जनता के फैसले का सम्मान किया। पार्टी ने कहा कि वे विपक्ष की भूमिका में रहकर नगर के विकास में सहयोग करेंगे। भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इसे लोकतंत्र की जीत बताया और क्षेत्र की जनता के लिए बेहतर काम करने का वादा किया।

चुनाव में पूर्व कपकोट विधायक ललित फर्स्वाण और कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष की भूमिका
गरुड़ नगर पंचायत के इस चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अहम भूमिका निभाई। पूर्व कपकोट विधायक ललित फर्स्वाण और कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गरुड़ गिरीश कोरंगा ने पार्टी की रणनीति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ललित फर्स्वाण ने कहा,
“यह जीत लोकतंत्र की जीत है। जनता ने जो विश्वास कांग्रेस पर दिखाया है, वह हमें प्रेरित करता है कि हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरें।”
वहीं, गिरीश कोरंगा ने इसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के समर्थन का परिणाम बताया।
जश्न का माहौल
चुनाव परिणाम घोषित होते ही कांग्रेस के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। ढोल-नगाड़ों के साथ विजय जुलूस निकाला गया और मिठाइयां बांटी गईं। कार्यकर्ताओं ने इसे कांग्रेस की बड़ी जीत बताते हुए जनता का आभार व्यक्त किया।
गरुड़ नगर पंचायत: भविष्य की उम्मीदें
गरुड़ नगर पंचायत के इस प्रथम चुनाव ने क्षेत्र के विकास की नई नींव रखी है। जनता को अब नवनिर्वाचित अध्यक्ष भावना वर्मा और उनकी टीम से बड़ी उम्मीदें हैं।
नगर पंचायत के सभी सात वार्डों के प्रतिनिधि अब जनता की समस्याओं के समाधान और विकास कार्यों को गति देने में जुटेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस और भाजपा के प्रतिनिधि मिलकर नगर के विकास की दिशा में कैसे काम करते हैं।


गरुड़ नगर पंचायत का यह ऐतिहासिक चुनाव न केवल लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है, बल्कि इसमें महिलाओं की सशक्त भूमिका भी सामने आई है। यह जीत गरुड़ की जनता के सपनों को साकार करने की ओर एक बड़ा कदम है।
निष्कर्ष: लोकतंत्र की जीत
गरुड़ नगर पंचायत के इस पहले चुनाव ने जनता की भागीदारी और लोकतंत्र की ताकत को स्पष्ट किया। कांग्रेस की भावना वर्मा की जीत ने यह संदेश दिया कि जनता के विश्वास और सहयोग से कोई भी बदलाव संभव है। अब सभी की नजरें नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उनकी टीम पर हैं, जो आने वाले समय में नगर के विकास में अपनी भूमिका निभाएगी।

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